Kundanpura
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Your welcome in online village Kundanpura, Teh: Barwala, Sub Teh: Uklana Mandi, Distic: Hisar (Haryana), PIN Code: 125113, on the bank of Bhakra Canal.
6 k.m distance from city Uklana Mandi in north direction, have 1500 population & 950 voters; more >>
News
पाँच गाँवो (कुन्दनपुरा, मदनपुरा, मुगलपुरा, शंकरपुरा, और उक्लाना) का इतिहास
उक्लाना तहसील और हिसार जिले के पाँच गाँव कुन्दनपुरा, मदनपुरा, मुगलपुरा, शंकरपुरा, और उक्लाना गाँव लगभग 1800 ई॰ (19 वीं शताबदी) मे बसे थे। इनको बसाने वाला मुगल परिवार था, जो हाँसी (हिसार) से आया था। उस समय यहाँ का बादशाहा मिर्जा बेग था। कुछ समय बाद यहाँ पर गुदड़ सिहँ (सरदार) आया और मुसलमानो से जमीन खरीदनी शुरु कर दी। इसके बाद सन् 1947 को देश विभाजन के समय मुसलमान पाकिस्तान चले गए और यह जमीन शंकर लाल को 250 रुपये मे दे गए। शंकर लाल ठेकेदार ने इस जमीन को अपने बेटों को बाँट दिया। जिनके नाम पर अलग-अलग गाँव बस गए। जैसे:- कुन्दन- कुन्दनपुरा, मदन- मदनपुरा, शंकर- शंकरपुरा परंतु उसका सबसे छोटा बेटा नाबालिग था। इसलिए उसकी जमीन पर बसे गाँव को मुगलपुरा नाम दे दिया। क्योंकि यह जमीन मुगल वंश की थी। इस तरह से यहाँ पाँच गाँव बस गए। इस इतिहास को फरवरी 2014 मे आर॰ डी॰ एस॰ (रुरल डेविलपमैटं सोसाईटी, हरियाणा) द्वारा प्रकाशित किया है। इसे खोजने मे सत्यवान सरपंच (मुगलपुरा), आशीष घोडेला (कुन्दनपुरा), रवि वर्मा के साथ-साथ इन गाँवों के बडे-बुजुर्गों का सहयोग रहा।
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भाखड़ा नहर:
(फतेहबाद ब्राँच) गहराई 9 फुट और चौड़ाई 13 फुट के साश्र यह नहर गाँव कुन्दनपुरा के पास से गुजरती है। साथ मे सिद्घमुख ब्राँच भी बह रही है। भाखड़ा मे से 4 फुट गहरा रज़बाया भी निकलता है॥दादा खेड़ा:
यह एक छोटा मंदिर है जिसके प्रति सभी ग्रामवाशियों की बहुत आस्था है और प्रतेक पूर्णीमा और विशेष त्यौहारो पर भक्त-जन दादा जी का आशीर्वाद लेने आते है।बाबा जोगिनाथ कुटिया:
पहले यहाँ पर बाबा जोगिनाथ जी रहते थे। 12 जुन 2010 को बाबा जी ने समाधी ग्रहण कर ली। यह बहूत सुँदर स्थल है॥विधालय:
कुन्दनपुरा मे एक राजकिय प्राथमिक पाठशाला और एक भारती विद्धा मंदिर हाई स्कूल है।हनुमान मंदिर:
इस मंदिर का निर्माण सभी ग्रामवाशियों के सहयोग से 08/01/2008 को हुआ। तब से गाँव मे हर 1 जनवरी को विशाल भंड़ारे का आयोजन होता है।मैन चौंक:
यह गाँव का महत्तवपूर्ण स्थल है। जहाँ पर गाँव का प्रतेक महत्तवपूर्ण कार्य होता है। जैसे- पँचायत, सांस्करितिक कार्यक्रम इत्यादि। मनोरंजन के लिए यहाँ पर बड़े-बुजुर्ग पत्ते खेलते है॥बाबा लालदास मंदिर:
इस मंदिर का निर्माण 02/04/2013 को हुआ। यहाँ पर दूर-दूर से भक्त-जन आते है॥>>
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m ish gaam vh yaha k logo ko like kta hu.
Jai ho dada kheda ki